उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में यूपीपीसीएस परीक्षा को लेकर चल रहे छात्रों के आंदोलन का असर अब दिखाई देने लगा है. चार दिनों से लगातार चल रहे आंदोलन के बाद आखिरकार आज प्रदेश सरकार को झुकना ही पड़ा. योगी सरकार ने आंदोलनकारी छात्रों की सबसे बड़ी मांग को मान लिया है.
इसका एलान जिलाधिकारी प्रयागराज और आयोग के सचिव ने खुद छात्रों के बीच आकर किया. डीएम ने बताया कि सीएम योगी के आदेश पर आयोग ने ये फैसला लिया है. उन्होंने कहा कि जल्द ही इसका नोटिस भी आयोग जारी कर देगा. सरकार इस बात पर राजी हो गई कि परीक्ष एक ही दिन एक शिफ्ट में कराई जाएगी.
यूपी लोक सेवा आयोग ने बताया कि आरओ एआरओ की परीक्षा को स्थगित कर दिया गया है. इसके लिए एक समिति बनाई गई है, ये समिति ही इसपर फैसला लेगी. छात्रों ने अपनी मांग के पूरी हो जाने के बाद धरना खत्म करने से इंकार करते हुए कहा कि जब आयोग लिखित में पत्र जारी करेगा तब ही हम धरना समाप्त करेंगे.
प्रयागराज में यूपी लोक सेवा आयोग के दफ्तर के बाहर चल रहे छात्र आंदोलन के चौथे दिन काफी गहमागहमी देखने को मिली.
इसी बीच आयोग की बैठक शुरू हो गई और अंत में 4 बजकर 15 मिनट पर डीएम और सचिव छात्रों के बीच पहुंचे और लाउडस्पीकर से एलान किया कि मुख्यमंत्री योगी ने आयोग को छात्रों की समस्या का समाधान निकालने को कहा है.
सीएम योगी की पहल पर आयोग ने ये फैसला लिया है कि पीसीएस प्रारंभिक परीक्षा पहले की तरह एक दिन में ही कराई जाएगी.
आयोग के इस फैसले से नॉर्मलाइजेशन का सिस्टम अपने आप ही खत्म हो जाएगा. बता दें कि छात्र आंदोलन के चलते सरकार काफी दबाव में थी. विपक्ष लगातार छात्रों को समर्थन दे रहा था.
हालांकि छात्र अभी आंदोलन खत्म करने के मूड में दिखाई नहीं दे रहे हैं, उनका कहना है कि अभी सिर्फ मौखिक एलान किया गया है लिखित कुछ भी नहीं है और दूसरा ये कि आरओ एआरओ परीक्षा स्थगित करने के लिए कमेटी बनाना एक तरह से लालीपॉप है.