उत्तर प्रदेश की 9 विधनसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव में कानपुर की सीसामऊ विधानसभा सीट पर चुनाव को लेकर चला आ रहा सस्पेंस अब पूरी तरह से खत्म हो चुका है. हाईकोर्ट के फैसले के बाद ये साफ हो गया है कि सीसामऊ सीट पर उपचुनाव होगा.
समाजवादी पार्टी के राहत भरी खबर ये है कि इस सीट से पूर्व विधायक हाजी इरफान सोलंकी को जमानत मिल गई है. ये फैसला इलाहाबाद हाईकोर्ट की डिवीजन बेंच ने दिया है.
न्यायमूर्ति राजीव गुप्ता और न्यायमूर्ति सुरेंद्र सिंह की खंडपीठ ने गुरूवार को इरफान सोलंकी मामले में फैसला सुनाते हुए उनकी जतानत को मंजूर कर लिया हालांकि उनकी सजा पर रोक लगाने वाली मांग को खारिज कर दिया.
8 नवंबर को अदालत ने इस मामले पर अपना फैसला सुरक्षित रख लिया था. इस मामले में कानपुर की एमपी एमएलए स्पेशल कोर्ट ने जाजमऊ डिफेंस कॉलोनी निवासी नजीर फातिमा का घर जलाने के आरोप में सपा नेता हाजी इरफान सोलंकी, उनके भाई रिजवान सोलंकी सहित 5 लोगों को 7 साल कैद की सजा सुनाई थी.
इरफान ने इलाहाबाद हाईकोर्ट में अपील दाखिल कर स्पेशल कोर्ट के इस आदेश को चुनौती देते हुए सजा पर रोक लगाने व जमानत देने की मांग की थी. उधर राज्य सरकार ने सजा को बढ़ाकर उम्र कैद करने की अपील दाखिल कर दी है.
आज अगर हाईकोर्ट इरफान की सजा पर रोक लगा देता तो उनकी विधायकी बहाल हो जाती और उपचुनाव को रद्द करना पड़ता लेकिन अब ऐसा नहीं होगा. सीसामऊ विधानसभा सीट पर 20 नवंबर को मतदान होना तय है. समाजवादी पार्टी ने यहां से इरफान सोलंकी की पत्नी नसीम सोलंकी को प्रत्याशी बनाया है.