कर्जमाफीः हमारा देश एक कृषि प्रधान देश हैं. देश की अधिकतम आबादी कृषि पर ही निर्भर है. इसके साथ ही देश का अन्नदाता देश की 140 करोड़ से ज्यादा आबादी का पेट भी पालता है. इसी कारण हमेशा से ही किसान सरकार की प्राथमिकता में रहा है. ऐसे में सरकार की ओर से किसानों की आमदनी और उत्पादन बढ़ाने के लिए समय-समय पर कल्याणकारी योजनाएं चलाती रहती हैं.

इस बार सरकार ने किसान का आर्थिक बोझ कम करने के लिए समय-समय पर कल्याणकारी योजनाएं चलाती रहती है. इस बार सरकार की ओर किसान का आर्थिक बोझ कम करने के लिए बड़ा कदम उठाया गया है. इस क्रम में सरकार की ओर से किसानों की कर्जमाफी को लेकर बड़ा कदम उठाया गया है. इस क्रम में सरकार ने किसानों की कर्जमाफी की घोषणा की है.

सरकार का मानना है कि फसल बर्बाद होने की स्थिति में या किसी कारण से कर्ज ना चुका पाने की वजह से किसानों को किसी प्रकार की परेशानी का सामना ना करना पड़े. इसलिए सरकार की ओर से बकाया कर्ज माफ करने की घोषणा की है. इस योजना का लाभ छोटे और मझोले किसानों को दिया जाएगा.

तेलंगाना सरकार ने किसानों को लेकर उठाया ये कदमः

बता दें कि किसानों की कर्जमाफी की ये स्कीम तेलंगाना सरकार लेकर आई है. दरअसल, तेलंगाना सरकार ने फसल ऋण माफी का तीसरा और अंतिम फेज शुरु किया है. इस फेज के लिए सरकार ने 5,644.24 करोड़ रुपये का बजट रखा है. राज्य सरकार के इस एलान से 4.46 लाख से ज्यादा किसानों को फायदा मिलेगा.

इसके पहले सरकार की ओर से पहले चरण में एक लाख रुपये तक का कृषि ऋण माफ किया था. एक रिपोर्ट के अनुसार सरकार ने पहले चरण में 6,098.93 करोड़ रुपये का बजट रखा था. जिसके 11,50,193 किसानों को लाभ प्राप्त हुआ था. जबकि दूसरे चरण में साढे छह लाख किसानों का कर्ज माफ किया गया था.

सरकार ने किया इतने करोड़ का एलानः

इस तरह से राज्य सरकार की ओर से अभी तक 12,150 करोड़ रुपये से ज्यादा का कृषि ऋष माफ किया है. इस तरह से इस योजना में 5.6 हजार करोड़ रुपये और मिला दिए जाएं तो लगभग 18 हजार करोड़ रुपये के कृषि ऋण माफ किए जा रहे हैं.