भारतीय शेयर बाजार में लंबे समय से चल रहा गिरावट सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है. अमेरिकी चुनाव में ट्रंप को मिली जीत के बाद बुधवार को बाजार में तेजी देखी गई लेकिन गुरूवार को जब बाजार खुला तो एक बार फिर गिरावट देखने को मिली.

सेंसेक्स और निफ्टी दोनों ही लाल निशान पर कारोबार करते दिखे. शेयर बाजार में गिरावट का सिलसिला अक्टूबर के महीने से जारी है. इस बुरे दौर में भी अनिल अंबानी की कंपनी रिलायंस पावर के शेयरों में गुरूवार को 5 प्रतिशत तक की तेजी देखी गई और इसका भाव 45 रूपये के पार चला गया.

इस तेजी के पीछे वजह कंपनी द्वारा कर्ज मुक्ति को लेकर दी गई जानकारी रही. अनिल अंबानी की कंपनी रिलायंस पावर ने एलान किया कि उसकी सहायक कंपनी रोजा पावर सप्लाई ने सिंगापुर बेस्ड वर्डे पार्टनर्स को 485 करोड़ रूपये का बकाया कर्ज चुकता कर दिया है.

कंपनी के मुताबिक उसने कुल 1318 करोड़ रूपये का अग्रिम भुगतान किया है और रोजा पावर सप्लाई जीरो डेट इकाई हो गई है. रोजा पवर ने सितंबर के महीने में 833 करोड़ का कर्ज भुगतान किया था.

दरअस्ल कंपनी ने साल 2022 में वर्डे पार्टनर्स से तकरीबन 1000 करोड़ का लोन लिया था. बता दें कि रिलायंस पावर ने पिछले 4 सालों में 1373 प्रतिशत का शानदार रिटर्न दिया है.

6 नवंबर 2020 को इस शेयर का भाव मात्र 3.10 रूपये था जोकि 7 नवंबर 2024 को 45.64 रूपये तक पहुंच गया. पिछले एक सालों मे इसके शेयरों में 90 प्रतिशत से अधिक का उछाल देखने को मिला.

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