तीन टेस्ट मैचों की श्रृंखला में रोहित शर्मा की कप्तानी वाली टीम इंडिया न्यूजीलैंड के सामने ऐसे धराशायी हुई जिसकी उम्मीद शायद ही किसी भारतीय फैन ने की होगी। न्यूजीलैंड ने तीनों मैचों में भारत को शर्मनाक हार दी। लंबे समय बाद अपनी सरज़मीं पर भारत ने तीन या इससे अधिक मैचों की टेस्ट सीरीज में पहली बार सभी मैच हारे हैं। इस हार के क्या हैं 5 बड़े कारण चलिए जानते हैं।

स्पिनर के जाल में फंसी टीम

सीरीज के आख़िरी दो मैचों में पूरी टीम स्पिनर्स के जाल में फँसती नज़र आई। कोई बल्लेबाज़ इसका तोड़ तलाश नहीं पाया। लेफ्ट आर्म स्पिनर्स के सामने भारतीय बल्लेबाज़ नतमस्तक रहे। दूसरे टेस्ट में मिचेल सेंटनर ने 7 और 6 विकेट लेकर भारतीय टीम को ढेर किया। तीसरे टेस्ट में ये काम एजाज पटेल ने किया। एजाज ने 5 और 6 विकेट निकालकर आख़िरी टेस्ट जीतने की भारत की उम्मीदों पर पानी फेर दिया।

रोहित-कोहली एक साथ फेल

भारत के सबसे बड़े बल्लेबाज़ कप्तान रोहित शर्मा और पूर्व कप्तान विराट कोहली एक साथ बुरी तरह फ्लॉप रहे। दोनों ने तीन मैचों की 6 पारियों में 100-100 रन भी नहीं बना पाए। रोहित ने 6 पारियों में सिर्फ़ 91 रन बनाए। जबकि कोहली ने 6 पारियों में 93 रन बनाए। एक भी पारी में ये दोनों बल्लेबाज़ क्रीज़ पर टिकते नज़र नहीं आए।

फिनिशर की कमी

भारत की सबसे बड़ी कमजोरी इस टेस्ट सीरीज में नज़र आई कि एक भी बल्लेबाज़ क्रीज़ पर रुकता नज़र नहीं आया। तीसरे टेस्ट में जीत के लिए महज़ 147 रनों का लक्ष्य सामने था। उम्मीद की जा रही थी भारत ये टेस्ट जीतने में कामयाब हो जाएगा। लेकिन एक बार फिर बल्लेबाज़ों ने आने जाने का सिलसिला शुरू कर दिया। ऋषभ पंत के अलावा कोई भी बल्लेबाज़ टिकने के मूड में नहीं दिखा। ऋषभ का साथ अगर किसी एक बल्लेबाज़ ने दिया होता तो शायद भारत ये मैच जीत जाता।

ख़राब शॉट सिलेक्शन

मैच के बाद प्रेस कॉन्फ़्रेंस में कप्तान रोहित शर्मा भी यह बात स्वीकारते नज़र आए। अगर भारत की इस पूरी सीरीज में नाक कटी है तो इसका सबसे बड़ा कारण ख़राब शॉट सिलेक्शन का भी रहा है। फिर चाहे वह शुभमन गिल हों या कप्तान रोहित शर्मा, यशस्वी जायसवाल और सरफ़राज ख़ान ये सभी ख़राब शॉट खेलकर आउट हुए। गिल ने आख़िरी पारी में स्टंप्स पर आती गेंद को छोड़ दिया और क्लीन बोल्ड हो गए। टर्निंग विकेट पर कप्तान रोहित शर्मा फ़ास्ट बॉलर को विकेट देकर आउट हुए। सरफ़राज़ भी फुल टॉस पर शॉट लगाने के चक्कर में आते ही चले गए।

लेफ्ट राइट कॉम्बिनेशन बनाते रहे

भारतीय टीम इस पूरी श्रृंखला में क्रीज़ पर लेफ्ट राइट कॉम्बिनेशन बनाती रही। जिसके चलते बल्लेबाज़ी क्रम में बार-बार बदलाव देखने को मिला। जिसके चलते सरफ़राज को कई बार निचले क्रम में बल्लेबाज़ी के लिए आना पड़ा।