इस साल कार्तिक माह में दो अमावस्या होने के चलते दिवाली की सही तारीख को लेकर पूरे देश में भ्रम की स्थिती बनी हुई है. इसी भ्रम के चलते देश के कुछ मंदिरों में 31 अक्टूबर तो कहीं एक नवंबर को दिवाली मनाई जाएगी.
इस उहापोह की स्थिती के बीच मथुरा के ठाकुर बांके बिहारी मंदिर, राधारमण मंदिर, रंगजी मंदिर, श्रीकृष्ण जन्मस्थान मंदिर और द्वारकाधीश मंदिर, राधावल्लभ मंदिर और नंदगांव के नंदभवन में दिवाली मनाने की तारीखों का एलान कर दिया गया है.
इस एलान के मुताबिक मथुरा के ठाकुर राधारमण मंदिर में दिवाली का उत्सव 31 अक्टूबर को मनाया जाएगा और एक नवंबर को भक्तों को अन्नकूट के दर्शन का अवसर दिया जाएगा. इसके अलावा दक्षिण भारतीय परंपरा के अनुसार चलने वाला रंगजी मंदिर और श्रीकृष्ण जन्मस्थान मंदिर में भी दिवाली 31 अक्टूबर को ही मनाई जाएगी.
बरसाना में मौजूद राधारानी मंदिर में भी दिवाली 31 अक्टूबर को मनाई जाएगी, इसी तरह ठाकुर द्वारकाधीश मंदिर में भी दीपोत्सव 31 अक्टूबर को तो अन्नकूट दर्शन एक नवंबर को किए जा सकेंगे. द्वारकाधीश मंदिर के पुजारी ने बताया कि शाम 6 बजे लक्ष्मीजी और गणेश जी का पूजन किया जाएगा.
इसके अलावा नंदगांव स्थित नंदभवन और वृंदावन के राधावल्लभ मंदिर में एक नवंबर को दिवाली मनाने का फैसला लिया गया है. राधावल्लभ मंदिर में एक नवंबर को दिवाली मनाने के साथ ही ठाकुरजी को लाल पोशाक पहनाई जाएगी, जिसे धारण करने के बाद ठाकुरजी राधाजी के साथ चौसर का खेल खेलेंगे.
बता दें कि इस बार दिवाली की तारीख को लेकर काफी भ्रम बना हुआ है. अधिकांश जगहों पर दिवाली का त्यौहार 31 अक्टूबर को ही मनाया जाएगा. रौशनी के इस त्यौहार में देश में एक अलग ही नजारा देखने को मिलता है. जहां भी नजर जाती है रंगबिरंगी रौशनी से देश का हर कोना जगमगाता रहता है.