भारतीय शेयर बाजार में गिरावट का सिलसिला थमने का नाम ही नहीं ले रहा है. दिवाली से पहले ही निवेशकों का दिवाला निकल गया है. कारोबारी सप्ताह के अंतिम दिन भी बाजार में भारी गिरावट देखने को मिली और निवेशकों के 10 लाख करोड़ स्वाहा हो गए.

सबसे ज्यादा गिरावट बैंक निफ्टी, स्मॉल कैप, मिड कैप इंडेक्स में देखने को मिली. आज बैंक निफ्टी 1100 अंक से ज्यादा टूट गया था जगकि सेंसेक्स में 900 अंको की गिरावट दिखाई दी. निफ्टी भी 300 अंकों की गिरावट के साथ 24100 के आसपास दिखाई दिया.

सुबह सेंसेक्स मामूली तेजी के साथ 80187.37 अंक पर खुला जबकि दिन में इसने 80253.19 का हाई लेवल छुआ और इसके बाद बाजार बंद होने तक 663 अंक टूटकर 79402.29 पर बंद हुआ.

निफ्टी की बात करें तो ये अंत में 218.60 अंक गिरकर 24180.80 पर बंद हुआ. बीएसई के टॉप 30 शेयरों में से 20 गिरावट पर रहे जबकि 10 में तेजी देखने को मिली. इंडसइंड बैंक के शेयर 18.79 फीसदी टूटकर 1038 रूपये के भाव पर बंद हुए.

पूनावाला फिनकॉर्प के शेयर 17.19 फीसदी की गिरावट के साथ 297 पर आ गए, डिक्सॉन टेक्नोलॉजीज के शेयर 7.43 प्रतिशत टूटकर 13937 पर बंद हुए. एचपीसीएल के शेयर 8 फीसदी तो पतंजलि फूड के शेयर 7 फीसदी तक टूट गए. चेन्नई पेट्रो कॉर्प, हिंदुस्तान कॉपर और गो डिजिट के शेयर 6.5 फीसदी तक गिर गए.

लार्जकैप में अडानी ग्रीन साल्यूशन और अडानी एंटरप्राइसेज के शेयर 5.84 फीसदी तक गिर गए. बीपीसीएल और श्रीराम फाइनेंस के शेयर भी 5 फीसदी तक टूटकर बंद हुए.

बता दें कि शेयर बाजार में गिरावट का सिलसिला लंबे समय से जारी है. इसकी कई वजहें बताई जा रही हैं. मिडिल ईस्ट में बढ़ते तनाव के अलावा विदेशी निवेशकों की लगातार बिकवाली से बाजार उबर नहीं पा रहा है.

ईरान के इजराइल पर हमले के बाद शुरू हुई गिरावट का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है. दिवाली से पहले रौनक लौटने की उम्मीद भी बेमानी साबित हुई. गिरावट का ये दौर कब थमेगा इसे लेकर निवेशक अब ज्यादा चिंतित हो रहे हैं.