सोलर पीवी मॉड्यूलस बनाने वाली कंपनी वारी एनर्जीज अपना IPO लेकर मार्केट में आई है. इस कंपनी का IPO 21 अक्टूबर को ओपन हुआ था और 23 अक्टूबर तक निवेशक इसमें पैसा लगा सकेंगे. इस लिहाज से आज इसमें पैसा लगाने का अंतिम दिन है.
शेयर बाजार में चल रही गिरावट के बावजूद इस कंपनी में पैसा लगाने को लेकर लोगों में गजब का उत्साह देखने को मिल रहा है. सोमवार सुबह जब आईपीओ खुला तो मात्र दो घंटे के भीतर ही ये 100 प्रतिशत सब्सक्राइब हो गया था.
बुधवार दोपहर 12 बजे तक इसका नॉन इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स के लिए रिजर्व हिस्सा 36.35 गुना, रिटेल इन्वेस्टर्स के लिए रिजर्व हिस्से का 7.54 गुना और कर्मचारियों के लिए रिजर्व हिस्से का 3.58 गुना भर चुका है. वारी एनर्जी का IPO खुलने से पहले ही ग्रे मार्केट में गदर काट रहा है.
जानकार अनुमान लगा रहे हैं कि ये दोगुने दाम के आसपास लिस्ट हो सकता है. ग्रे मार्केट के अनुमान के मुताबिक वार एनर्जीज के शेयर 90 प्रतिशत से अधिक के प्रीमियम के पर ट्रेड कर रहे हैं. इस हिसाब से इसके शेयरों की लिस्टिंग 2900 रूपये के आसपास रह सकती है. इसमें पैसा लगाने वालों को दमदार मुनाफा मिलने की पूरी उम्मीद है.
24 अक्टूबर को इसके शेयरों का अलॉटमेंट हो सकता है और 28 अक्टूबर को ये शेयर मार्केट में लिस्ट हो सकते हैं. वारी एनर्जी कंपनी के इस आईपीओ का इश्यू साइज 4321.44 करोड़ रूपये होगा.
कंपनी इस आईपीओ के जरिए 2.4 करोड़ शेयर बेचेगी जिसकी कीमत 3600 करोड़ रूपये, और ऑफर फॉर सेल के जरिए 721.44 करोड़ के 48 लाख शेयर बेचे जाएंगे. कंपनी के प्राइस बैंड की बात करें तो इसके एक शेयर का दाम 1427 से लेकर 1503 रूपये रखा गया है.
ये मेनबोर्ड आईपीओ होगा जिसके तहत रिटेल निवेशकों को 9 शेयरों की एक लॉट खरीदनी होगी. इसकी एक लॉट खरीदने के लिए रिटेल निवेशकों को 13527 रूपये का निवेश करना होगा.
वारी एनर्जीज ने साल 2007 में कंपनी की शुरूआत की थी. ये कंपनी सोलर फोटोवोल्टिक माड्यूल बनाती है. आज इसकी गिनती देश की दिग्गज सोलर कंपनियों में होती है. जून 2023 तक के आंकड़ों के मुताबिक कंपनी के पास 12 गीगावाट की क्षमता है. इसका फोकस पीवी मॉड्यूल की मैन्युफैक्चरिंग पर है.
(Disclaimer: Share market में किया गया निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है. अगर आप इसमें पैसा लगाना चाहते हैं तो पहले सर्टिफाइड इनवेस्टमेंट एडवायजर से परामर्श कर लें. आपके किसी भी तरह की लाभ या हानि के लिए लिए Akhbaar Times जिम्मेदार नहीं होगा.)