कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को छोटी दिवाली का पर्व मनाया जाता है। इसे नरक चतुर्दशी भी कहते हैं। धनतेरस के बाद छोटी दिवाली का पर्व मनाया जाता है। लेकिन इस बार छोटी दिवाली की तारीख़ को लेकर कनफ़्यूशन की स्थिति बनी हुई है। छोटी दिवाली पर हनुमान जन्मोत्सव भी मनाया जाता है इसलिए इस दिन हनुमानजी की पूजा भी की जाती है।

कब है छोटी दिवाली

चतुर्दशी तिथि की शुरुआत 30 अक्टूबर दोपहर 1 बजकर 16 मिनट से होगी। चतुर्दशी तिथि का समापन 31 अक्टूबर दोपहर 3 बजकर 53 मिनट है। चूंकि छोटी दिवाली का पर्व हमेशा सायंकाल में मनाया जाता है इसलिए छोटी दिवाली का पर्व 30 अक्टूबर को मनाया जाएगा।

छोटी दिवाली पर करें ये काम

शास्त्रों के मुताबिक़ छोटी दिवाली के दिन भगवान कृष्ण ने नरकासुर नामक राक्षस का वध किया था। ऐसी मान्यता है कि दक्षिण दिशा की तरफ़ यम के नाम का दीपक जलाया जाता है, जिसे यम दीप कहते हैं। ऐसा कहा जाता है कि इस एक दीपक जलाने से अकाल मृत्यु का भय ख़त्म हो जाता है। साथ ही यमराज से प्रार्थना की जाती है कि वे नरक के द्वार बंद कर दें और सभी पर अपनी कृपा करें।

छोटी दिवाली के दिन स्नान के दौरान तिल के तेल से शरीर की मालिश की मान्यता भी है। इसके अलावा छोटी दिवाली को सौंदर्य प्राप्ति और आयु व बल की प्राप्ति का दिन भी माना जाता है। कहीं कहीं इस दिन हनुमान जयंती का पर्व भी मनाया जाता है।

किस दिन कौन सा पर्व

  • 29 अक्टूबर धनतेरस
  • 30 अक्टूबरनरकचतुर्दशी
  • 31 अक्टूबरदिवाली
  • 2 नवंबर अन्नकूट व गोवर्धन पूजा
  • 3 नवंबर द्वितीया, भाई दूज, चित्रगुप्त पूजा