भारतीय शेयर बाजार के इतिहास के अब तक के सबसे बड़े IPO के खुलने के बाद उसे कोई खास रिस्पॉन्स मिलता दिखाई नहीं दे रहा है. हम बात कर रहे हैं इुंडई मोटर्स इंडिया के IPO की जोकि 15 अक्टूबर से खुल चुका है. निवेशक इसमें 17 अक्टूबर की शाम 4 बजकर 50 मिनट तक पैसा लगा सकते हैं.
इसका इश्यू साइज 27870.16 करोड़ रूपये है. 16 अक्टूबर शाम 4 बजे तक ये 37 प्रतिशत ही सब्सक्राइब हो पाया है. हुंडई मोटर्स इंडिया के आईपीओ में 14.22 करोड़ शेयर ऑफर फॉर सेल हैं. बीएसई और एनएसई पर इसके शेयरों की लिस्टिंग 22 अक्टूबर को हो सकती है.
ग्रे मार्केट की बात की जाए तो यहां पर अब ये सिर्फ 3.21 प्रतिशत के प्रीमियम पर ट्रेड कर रहे हैं. इसका मतलब ये है कि एक शेयर पर महज 63 रूपये का ही फायदा होता दिखाई दे रहा है. इस हिसाब से इुंडई के शेयरों की लिस्टिंग 2023 रूपये के आसपास हो सकती है हालांकि ग्रे मार्केट में शेयरों के भाव लगातार बदलते रहते हैं. ये एक अनऑथराइज्ड मार्केट है जो अनुमान पर काम करता है.
इस IPO के आने के साथ एलआईसी इंडिया के अब तक के सबसे बड़े IPO का रिकॉर्ड टूटने वाला है. अलॉटमेंट प्रोसेस के लिए 18 तो रिफंड के लिए 21 अक्टूबर की तारीख तय की गई है. इसकी लिस्टिंग 22 अक्टूबर को हो सकती है.
हुंडई मोटर्स इंडिया का IPO प्राइस बैंड 1865 से 1960 रूपये तय किया गया है, इसका लॉट साइज 7 शेयरों का होगा. अपर प्राइसबैंड के हिसाब से कैलकुलेशन करें तो एक लॉट के लिए 13720 रूपये का निवेश करना होगा.
ये IPO पूरी तरह से ऑफर फॉर सेल होगा. IPO का आकार 27879.16 करोड़ रूपये होगा, इस इश्यू के जरिए कंपनी 10 रूपये फेस वैल्यू 142,194,700 शेयर बिक्री के लिए पेश करेगी.
इससे पहले भारतीय जीवन बीमा निगम ने 21000 करोड़ का IPO पेश किया था. बीते 20 सालों से कोई भी वाहन निर्माता कंपनी IPO नहीं लाई है. इससे पहले मारूती सुजुकी ने साल 2003 में आईपीओ पेश किया था.
बता दें कि हुंडई मोटर्स ने साल 1996 में भारत में काम करना शुरू किया था. मौजूदा समय में कंपनी कारों के 13 मॉडल बाजार में बेच रही है. भारतीय कार बाजार में इस कंपनी की मजबूत पकड़ मानी जाती है. इस कंपनी की कारों को लोग खूब पसंद करते हैं.
(Disclaimer: Share market में किया गया निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है. अगर आप इसमें पैसा लगाना चाहते हैं तो पहले सर्टिफाइड इनवेस्टमेंट एडवायजर से परामर्श कर लें. आपके किसी भी तरह की लाभ या हानि के लिए लिए Akhbaar Times जिम्मेदार नहीं होगा.)