भारत के दिग्गज कारोबारी रतन टाटा दुनिया को अलविदा कह चुके हैं. शायद ही देश में ऐसा कोई हो जो टाटा के नाम से वाकिफ ना हो. ऐ दिग्गज उद्योगपति होन के साथ ही वो एक बड़े दानवीर भी थे. देश का हर नागरिक के दिल में रनके लिए बेहद ही सम्मान है.

वैसे तो रतन टाटा के पास वो सबकुछ था जो वो चाहते थे लेकिन उनकी जिंदगी में सबसे बड़ी कमी ये रह गई कि उन्होंने किसी से शादी नहीं की. ऐसा नहीं है कि उन्हें प्यार नहीं हुआ और वो शादी करना नहीं चाहते थे लेकिन हालात कुछ ऐसे बने कि वो अकेले ही रह गए.

इसका उन्हें काफी दर्द भी था. अपनी जिंदगी से जुड़ी इस घटना को खुद उन्होंने अपने मैनेजर के स्टार्टअप की ओपनिंग के दौरान बयान किया था. उस समय उन्होंने कहा था कि अकेले रहना कैसा होता है ये आप नहीं जानते, आपको तब तक अकेलेपन का एहसास नहीं होता जब तक आप अकेले समय बिताने के लिए मजबूर ना हों.

रतन टाटा को एक कंपनी में काम करने के दौरान लॉस एंजिल्स में एक लड़की से प्यार हो गया था. वो उस लड़की से शादी भी करना चाहते थे. लेकिन अचानक उन्हें अपनी दादी की तबियत ठीक ना होने की वजह से भारत वापस आना पड़ा.

उन्होंने सोचा था कि जिस लड़की से वो प्यार करते हैं वो भी उनके साथ भारत आ जाएगी लेकिन उस समय भारत और चीन के बीच चल रही जंग की वजह से उस लड़की के मां-बाप ने उसे भारत जाने से मना कर दिया.

बस यही वजह थी कि उनके बीच दूरियां हो गई. फिर उसके बाद उन्हें काम की ऐसी धुन सवार हुई कि शादी की तरफ से उनका दिमाग ही हट सा गया. वो दिनरात अपने काम में जुटे रहने लगे. 9 अक्टूबर को 86 साल उम्र में मुंबई के एक अस्पताल में इलाज के दौरान उनका निधन हो गया.