स्कॉटलैंड में एक ऐतिहासिक लाइटहाउस में मरम्मत का काम चल रहा है। लाइटहाउस को रेनोवेट किया जा रहा है। इस दौरान एक दीवार से इंजीनियरों को एक बोतल में बंद 132 साल पुरानी चिट्ठी मिली। चिट्ठी को पढ़ने के बाद तो इंजीनियरों के होश उड़ गए। चलिए जानते हैं आख़िर उस चिट्ठी में ऐसा क्या लिखा था जिसे बोतल में बंद कर दफ़नाया गया था।

इस लाइट हाउस को 1817 में बनाया गया था। बोतल में बंद चिट्ठी दरअसल, 1892 में इंजीनियरों और लाइटहाउस के रखवालों द्वारा क्विल स्याही से लिखा गया एक संदेश था। वे कॉर्सवॉल चौकी के टॉप पर एक नये फ्रेस्नेल लेंस लगा रहे थे, जो एक तरह रोशनी देने वाला लालटेन था। यह वही उपकरण था, जिस पर वर्तमान में इंजीनियर काम कर रहे थे।

सितंबर 1892 की तारीख़ वाले नोट में लिखा था कि यह लालटेन जेम्स वेल्स इंजीनियर, जॉन वेस्टवुड मिलराइट, जेम्स बॉडी इंजीनियर, डेविड स्कॉट लेबरर, जेम्स मिलने एंड सन इंजीनियर्स, मिल्टन हाउस वर्क्स, एडिनबर्ग की फर्म द्वारा मई से सितंबर के महीनों के दौरान स्थापित की गई थी और गुरुवार रात 15 सितंबर 1892 को इसे फिर से जलाया गया था।

चिट्ठी में आगे लिखा था कि इस समय स्टेशन पर निम्नलिखित रखवाले थे, जॉन विल्सन प्रिंसिपल, जॉन बी हेंडरसन प्रथम सहायक, जॉन लॉकहार्ट द्वितीय सहायक। लेंस और मशीन की आपूर्ति जेम्स डोव एंड कंपनी इंजीनियर्स ग्रीनसाइड एडिनबर्ग द्वारा की गई थी और विलियम बर्नेस, जॉन हैरोवर, जेम्स डोड्स द्वारा स्थापित की गई थी, जो उस फ़ार्म के इंजीनियर थे।

चिट्ठी में आगे लिखा था कि प्रोजेक्ट को पूरा होने में पूरी गर्मी लग गई। इस चिट्ठी को पुरानी काँच की बोतल में कॉर्क के साथ भर दिया और इसे समुद्री नेविगेशन स्टेशन की दीवार के अंदर बने एक ख़ाली स्थान में डाल दिया। जहां अब तक किसी के हाथ नहीं लगी थी।